मान लीजिए कि आप एक शानदार रोड ट्रिप की योजना बना रहे हैं। आपने अपने ट्रिप के लिए रूट तय कर लिया है, अपनी प्लेलिस्ट सेट कर ली है और यहाँ तक कि अपना मनपसंद नाश्ता भी पैक कर लिया है। लेकिन आधे रास्ते जाकर आपको याद आता है कि आप तो अपनी कार में पेट्रोल भरना ही भूल गए हैं। नज़दीकी गैस स्टेशन से कुछ मीलों की दूरी पर आपकी कार बंद पड़ जाती है और इस ट्रिप के लिए आपकी सारी योजना और निवेश बेकार हो जाते हैं। बिल्कुल ऐसा ही होता है जब आप अपनी बीमा पॉलिसी को समाप्त होने देते हैं। आप बीमा में निवेश करते हैं ताकि अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकें, लेकिन उसे नवीनीकृत नहीं करने पर - या स्थिरता में चूक होने पर -- सबकुछ बर्बाद हो सकता है।
स्थिरता का महत्व
स्थिरता सिर्फ़ इंडस्ट्री में उपयोग होने वाला एक आम शब्द नहीं है, यह आपके अपने भविष्य के लिए एक प्रतिबद्धता और अपने प्रियजनों को दिया हुआ वादा है। अपनी पॉलिसी को समाप्त होने देने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं, और यह बात मैं अपने निजी अनुभव से कह सकता हूँ। मैंने 18 वर्ष की आयु में अपने पिता को खो दिया और हालाँकि, मैं खुशकिस्मत था कि मेरे पास सहारा देने वाला एक परिवार और दोस्त थे जिन्होंने उस मुश्किल दौर में मेरी तब तक मदद की जब तक मैं कमाने नहीं लग गया, लेकिन मैं बिल्कुल नहीं चाहूँगा कि किसी को भी दूसरों के आगे हाथ फैलाने की ज़रूरत पड़े।
ज़्यादातर उपभोक्ता यही मानकर चलना चाहते हैं कि अनहोनी घटनाएँ सिर्फ़ दूसरे लोगों के साथ घटती हैं। पैसों की तंगी के अलावा यही सबसे बड़ी वजह है कि वे अपनी पॉलिसी को समाप्त होने देते हैं। वे ये समझ नहीं पाते कि मैच्योरिटी से पहले अपनी पॉलिसी सरेंडर करना उन्हें बहुत महँगा पड़ सकता है।
पहली बात, आप अपने निवेशित रकम का एक बहुत बड़ा हिस्सा खो सकते हैं और साथ ही, उपार्जित लाभों या बोनस का दावा करने का अधिकार खो सकते हैं। दूसरी बात, आपको अपने जीवन की निश्चितताओं को - या अपने आर्थिक लक्ष्यों को -- अलविदा कहना पड़ेगा, जैसे कि रिटायरमेंट आय या अपने बच्चे को विदेश में पढ़ाने के लिए फ़ंड। सबसे बुरा यह होगा कि अपना लाइफ कवर खोकर आप अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा के आश्वासन से वंचित कर देंगे। यह तीन-तरफ़ा वार आपके लिए बहुत बड़ी भावनात्मक और आर्थिक परेशानी पैदा कर सकता है और आपके और आपके परिवार के जीवन की पूरी दिशा बदल सकता है।
वास्तविक शब्दों में
आइए, आपको वास्तविक जीवन की परिस्थितियों की मदद से इसे समझाते हैं। मान लीजिए कि आपने रेडियन्स स्मार्ट इन्वेस्टमेंट प्लान (आरएसआईपी) जैसे एक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस में निवेश किया और एक 10-वर्ष की अवधि की 10 लाख रुपये की बीमा राशि वाली पॉलिसी चुनी। तीन वर्षों तक वार्षिक 1 लाख रुपये प्रीमियम का भुगतान करने के बाद आप इस पॉलिसी के लिए प्रीमियम का भुगतान बंद करने का फ़ैसला लेते हैं। आरएसआईपी के लिए सर्वश्रेष्ठ फ़ंड, यानी इक्विटी 1 का 3 वर्षों में वार्षिक लगभग 14.40% रिटर्न का भुगतान करने का ट्रैक रिकॉर्ड है। इसलिए, 14.4% पर, आपका कुल निवेश बढ़कर 3.95 लाख रुपये हो गया होता।
आपकी पॉलिसी का ग्रेस पीरियड समाप्त होते ही पैसा डिस्कंटिन्यूअंस फ़ंड में चला जाता है और आपका लाइफ़ कवर बंद हो जाता है। आप इक्विटी 1 फ़ंड में निवेशित रहकर होने वाली संभावित आय खो देते हैं और साथ ही, आपका निवेशित पैसा शुरुआत की तारीख से 5 वर्षों के लिए लॉक हो जाता है (यूलिप के नियमों के अनुसार)। लेकिन अगर आप प्रीमियम का भुगतान कर देते, तो आपका कुल निवेश 5.6 लाख रुपये तक पहुँच जाता।
इसलिए, समय से पहले पॉलिसी सरेंडर कर देना किसी काम को अधूरा छोड़ देने और पूरे किए गए काम के लिए कोई भुगतान प्राप्त न करने जैसा होगा।
ज़्यादातर ग्राहक अपनी पॉलिसियों को समाप्त होने देते हैं क्योंकि या तो उन्हें पॉलिसी के लाभों की समझ नहीं होती है या उन्हें इसके बारे में बताया नहीं गया है। और ना ही वे गैर-नवीनीकरण की अवसर लागत को समझते हैं। इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ में, #CustomerFirst होने का मतलब है कि हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे ग्राहकों से उनकी पॉलिसी के लाभ ना छूटें और वे अपने आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करें।
स्थिरता बनाए रखने के लिए सुझाव
1) अपनी पॉलिसी को समझें अपनी पॉलिसी में निवेश करने से पहले उसकी विशेषताओं को अच्छी तरह समझ लें।
2) रिमाइंडर सेट करें हम व्यस्त जीवन जीते हैं और इसलिए देय तारीखें भूल जाना आसान है। प्रीमियम के भुगतानों के लिए रिमाइंडर सेट करने के लिए कैलेंडर ऐप का उपयोग करें।
3) अपने सलाहकार की सलाह लें अगर आप पैसों की तंगी का सामना कर रहे हैं, तो अपनी पॉलिसी को बस यूँ ही समाप्त न होने दें। अपनी पॉलिसी को बनाए रखने के लिए अपने सलाहकार से लचीले भुगतान विकल्पों के बारे में सलाह लें।
4) अद्वितीय लाभों के बारे में जानकारी रखें बहुत सी बीमा कंपनियाँ देरी से भुगतान किए गए प्रीमियम के लिए ग्रेस पीरियड देती हैं। जैसे, इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ कुछ पॉलिसियों पर ऋण की सुविधा प्रदान करता है जिसका लाभ उठाकर पॉलिसीधारक प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इससे उन्हें उनके कुल ऋण की भरपाई में मदद मिलती है क्योंकि वे उपार्जित बोनस कमाना जारी रखते हैं।
अपनी बीमा पॉलिसी को नवीनीकृत करना सिर्फ़ एक ज़िम्मेदारी नहीं है; यह आपके अपने भविष्य और अपने प्रियजनों की भलाई के प्रति एक प्रतिबद्धता है। इसलिए, अगली बार जब भी आपको प्रीमियम का भुगतान न करने का खयाल आए, तो रोड ट्रिप वाली बात याद कर लें। अपने सफ़र को अचानक बंद नहीं होने दें; टैंक फ़ुल रखें और सफ़र का भरपूर मज़ा लें।