जीवन बीमा सुरक्षा का पर्याय है। यह खरीदार और बीमा कंपनी के बीच एक अनुबंध है, जिसके तहत खरीदार की आकस्मिक मृत्यु होने पर बीमा कंपनी उसके आश्रितों को वित्तीय सुरक्षा के रूप में एक बीमा राशि प्रदान करती है। यह बीमा राशि, जिसे लाइफ़ कवर भी कहते हैं, का भुगतान या तो एकमुश्त राशि के रूप में किया जाता है या पॉलिसी खरीदने के समय स्पष्ट की गई अवधि में क्रमबद्ध रूप से किया जाता है।
लाइफ़ कवर राशि जीवन बीमा प्रीमियम पर आधारित होती है
शायद आप सोच रहे हैं कि जीवन बीमा प्रीमियम होता क्या है, तो आसान शब्दों में यदि कहें, तो यह वह राशि है जिसका भुगतान आप बीमाकर्ता को बीमा राशि के लिए करते हैं। आप जीवन बीमा प्रीमियम का भुगतान बीमाकर्ता और आपके बीच हुए अनुबंध के आधार पर मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक, वार्षिक या एकमुश्त भुगतान के रूप में कर सकते हैं। लेकिन यह बहुत ज़रूरी है कि आप बिना चूके हर प्रीमियम का भुगतान करें क्योंकि टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम एक निश्चित राशि होती है और पॉलिसी की वैधता बनाए रखने के लिए प्रीमियम भुगतान अवधि के अंत तक इसका भुगतान करना अनिवार्य है।
जीवन बीमा प्रीमियम के प्रकार
इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ इंश्योरेंस 4 मुख्य प्रकार की जीवन बीमा योजनाएँ प्रदान करता है और बीमा प्रीमियम इस पर निर्भर करता है कि आपने कौन-सी योजना ली है।
1) टर्म प्लान
इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ प्लान और इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ प्लान गारंटीड प्रोटेक्शन प्लस प्लान दो किफ़ायती टर्म लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान हैं जो कम प्रीमियम राशि पर बड़ा लाइफ़ कवर देते हैं।
प्रीमियम बहुत ही कम राशि यानी सिर्फ़ 28.46 रुपए प्रतिदिन से शुरू होते हैं
प्रीमियम की वापसी विकल्प से पॉलिसी मैच्योरिटी पर भुगतान किए गए प्रीमियम का रिफ़ंड मिल जाता है
क्रमबद्ध तरीके से मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाता है
- 40 गंभीर बीमारियों और स्थायी विकलांगता के लिए प्रीमियम में छूट मिलती है
- भुगतान किए गए प्रीमियम पर कर कटौती मिलती है
2) निवेश बचत योजना
इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ रेडियंस स्मार्ट इन्वेस्ट प्लान, इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ वेल्थ मैक्जिमाइज़र प्लान और इंडिया फ़र्स्ट मनी बैलेंस प्लान निवेश और बीमे का दोहरा लाभ तो देते ही हैं, साथ ही, आपको कस्टमाइज़ किए गए विकल्प भी प्रदान करते हैं जो आपकी ज़रूरतों और प्राथमिकताओं के साथ धीरे-धीरे विकसित होते रहते हैं।
- निवेश से ज़्यादा से ज़्यादा लाभ पाने के लिए अपने प्रीमियम को पुनर्निर्देशित करें
- प्रीमियम पर कर लाभों को लागू किया जा सकता है
3) बचत योजना
इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ फ़ॉर्च्यून प्लस प्लान, इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ लॉन्ग गारंटीड इनकम प्लान और इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ महाजीवन प्लस प्लान अपने सुनिश्चित रिटर्न के साथ आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और महत्वाकांक्षाओं को तेज़ी से पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
प्रीमियम राइडर की छूट से मूल योजना के लाभों में बढ़ोतरी होती है
सीमित अवधि के लिए भुगतान करें और लंबी अवधि के लाभों का आनंद लें
नवीनीकरण प्रीमियम का जल्द भुगतान करने पर छूट मिलती है
- ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करने के मामले में मैच्योरिटी लाभ कारक बढ़ जाता
है
- प्रीमियम पर कर लाभों को लागू किया जा सकता है
4) रिटायरमेंट योजना
इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ गारंटीड पेंशन प्लान, इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ गारंटीड रिटायरमेंट प्लान और इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ गारंटीड एन्युटी प्लान आपके रिटायरमेंट के वर्षों में आय का एक स्थायी स्रोत सुनिश्चित करते हैं।
- सीमित भुगतान करें और जीवन भर निश्चित आय पाएँ
- प्रीमियम पर कर लाभों को लागू किया जा सकता है
जीवन बीमा प्रीमियम को प्रभावित करने वाले कारक
आपका जीवन बीमा प्रीमियम कई कारकों पर आधारित होता है
1) उम्र: आपकी उम्र जितनी कम होगी, आपके टर्म लाइफ़ इंश्योरेंस प्रीमियम की राशि भी उतनी ही कम होगी क्योंकि यही अनुमान लगाया जाता है कि जवान होने की वजह से आप ज़्यादा तंदरुस्त होंगे और आपको बीमारियों का खतरा कम होगा।
2) लिंग: पुरुषों की तुलना में प्राय: महिलाओं को कम टर्म प्लान प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है क्योंकि उनका अनुमानित जीवनकाल पुरुषों से लंबा होता है।
3) व्यवसाय: जो व्यक्ति जोखिम भरे व्यवसाय में होते हैं, जैसे कि खतरनाक खेलों के खिलाड़ी या दमकल कर्मी, उन्हें ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ सकता है क्योंकि उन्हें अपने पेशे की वजह से घायल होने या जान गंवाने का ज़्यादा खतरा रहता है।
4) स्वास्थ्य: व्यक्ति की जीवनशैली से जुड़ी आदतें, जैसे कि धूम्रपान या शराब पीना, उसके बीमार होने का खतरा बढ़ा देती हैं और इसी वजह से ऐसे व्यक्ति को ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
5) मेडिकल हिस्ट्री: जो व्यक्ति बीमा की खरीदारी करते समय पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित होता है जो गंभीर हो सकती हैं, उसे ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा।
6) बीमा राशि: व्यक्ति को जितने ज़्यादा कवर की ज़रूरत होगी, उसे उतने ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा।
7) बीमा अवधि और प्रीमियम भुगतान की अवधि: आपकी पॉलिसी की अवधि जितनी कम होगी, आपकी प्रीमियम राशि भी उतनी ही कम होगी क्योंकि प्रीमियम भुगतान की अवधि (पीपीटी) बीमा अवधि से ज़्यादा नहीं हो सकती है।
अपने जीवन बीमा प्रीमियम में बचत करना चाहते हैं?
खुशखबरी यह है कि आप कम जीवन बीमा प्रीमियम देकर भी पर्याप्त कवरेज प्राप्त कर सकते हैं: बस इन बातों का पालन करें:
1) कम उम्र में बीमा लेने का निर्णय लें क्योंकि ऐसे में ही आप कम प्रीमियम पर बड़ा कवर प्राप्त कर सकते हैं।
2) टर्म लाइफ़ इंश्योरेंस से शुरुआत करें क्योंकि यह योजना आसान होती है और इसके लिए प्रीमियम भी कम होता है।
3) सर्वोत्तम ऑफ़र चुन पाने के लिए अलग-अलग बीमा कंपनियों की पॉलिसियों की तुलना करें।
4) कम कवरेज राशि या कम पॉलिसी अवधि चुनें।
5) यदि आप वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करेंगे, तो आपको बेहतर दर मिल सकती है।
6) ग्रूप पॉलिसी लेने के बारे में सोचें क्योंकि यह अक्सर अलग-अलग पॉलिसियों से सस्ती होती है।
7) स्वस्थ बने रहें।
जीवन बीमा पर कोई बहस या बदलाव नहीं किया जा सकता (नॉन-नेगोशिएबल है) और आपकी तरफ़ से यह आपके परिवार के लिए सर्वोत्तम उपहार है। लेकिन, ज़्यादातर लोग इससे कतराते हैं क्योंकि वे पहले से ही मान लेते हैं कि जीवन बीमा के लिए महंगे प्रीमियम देने पड़ते हैं। इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान्स के माध्यम से न सिर्फ़ किफ़ायती बल्कि सुविधाजनक और आसान जीवन बीमा प्राप्त करना संभव है। इंडिया फ़र्स्ट लाइफ़ इंश्योरेंस को बैंक ऑफ़ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया का भी समर्थन प्राप्त है जो हमें एक सुदृढ़ और सुरक्षित कंपनी बनाता है।