ईएमआई कैलकुलेटर

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ईएमआई क्या है?

ईएमआई को सरल भाषा में मासिक किश्त कहते हैं, वैसे अंग्रेजी में इसका पूर्ण रूप ईक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट है। ईएमआई एक तय मासिक राशि होती है, लोन लेने वाले व्यक्ति को अपना लोन चुकाने के लिए इस तय राशि का भुगतान हर महीने बैंक को करना होता है। आपको बहुत से कारणों से लोन सेवाओं की आवश्यकता हो सकती है। आप छुट्टियों के लिए या किसी आपात-स्थिति के खर्चों को पूरा करने के लिए एक पर्सनल लोन हेतु आवेदन कर सकते हैं, या फिर आप नए पहिए खरीदने के लिए कार लोन ले सकते हैं अथवा घर खरीदने के लिए एक दीर्घकालिक ऋण ले सकते हैं।
आपकी आवश्यकता के आधार पर आप एक लोन पा सकते हैं और ईएमआई के माध्यम से उसे चुका सकते हैं। ईएमआई आपको एक यह सुव्यवस्थित, सिलसिलेवार तरीका देता है, जिसकी सहायता से आप बैंक को मूलधन और ब्याज आसान से चुका पाते हैं।

ईएमआई कैलक्युलेटर को कैसे प्रयोग करना है?

भारत में एक मासिक ईएमआई कैलक्युलेटर में आपको कुछ जरूरी जानकारी भरनी होती है, जैसे कि लोन राशि, लोन अवधि, तथा लोन की ब्याज दर। लोन ईएमआई कैलक्युलेटर आपके द्वारा दी गई जानकारी और ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला का प्रयोग करते हुए आपको बताता है कि आपको सटीक रूप से कितनी ईएमआई राशि जमा करनी होगी, इसमें कुल देय ब्याज राशि भी जोड़ ली जाती है। चूंकि सभी प्रकार के लोन के लिए ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला एकसमान रहता है, इसलिए आपको भिन्न प्रकार के ईएमआई कैलक्युलेटर की जरूरत नहीं पड़ती है। चाहते आपको होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर चाहिए हो, पर्सनल लोन कैलक्युलेटर, या कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर - इंडियाफर्स्ट लाइफ का नि:शुल्क मासिक ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से आप अपनी जरूरत की कोई भी कैलक्युलेशन कर सकते हैं।

ईएमआई कैलक्युलेटर का क्या महत्व है?

ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से आप लोन लेने से पहले से सही विवरण और आंकड़े जान सकते हैं।

यह आपको त्वरित परिणाम देता है

कुछ ही क्षणों में आपके सामने होता है कि आपको कितनी ईएमआई राशि जमा करनी होगी, आपके लोन पर कुल कितना ब्याज देय होगा, और लोन अवधि के अंत में आपको कुल कितनी राशि देनी होगी (मूल धन + ब्याज)।

इसकी सहायता से आप समझ सकते हैं कि आप कितनी राशि तक की ईएमआई वहन (अफोर्ड) कर सकते हैं

एक उपयोग में आसान ईएमआई ब्याज कैलक्युलेटर की सहायता से आप लोन की अवधि या मूलधन राशि बदल कर देख सकते हैं कि क्या नई ईएमआई राशि आपके लिए अनुकूल है या नहीं। एक ईएमआई राशि कैलक्युलेटर, ईएमआई फॉर्मूला के आधार पर आपको यह समझने में सहायता करता है कि आप कितना लोन वहन (अफोर्ड) कर सकते हैं।

यह लोन लेने और वित्तीय योजना बनाने में सहायता करता है

लोन लेने से पहले लोन समझने के लिए ईएमआई ब्याज कैलक्युलेटर एक बहुत ही उपयोगी टूल है। चूंकि आप ब्याज दर में बदलाव करके देख सकते हैं कि आपकी ईएमआई में कितना अंतर आएगा, आप विभिन्न बैंकों के लोन की लागत तुलना करके देख सकते हैं कि आपके लिए कौन सा लोन सबसे अच्छा रहेगा। आप इंडियाफर्स्ट लाइफ के लोन ईएमआई कैलक्युलेटर को चाहे अपने होम लोन कैलक्युलेटर के रूप में प्रयोग कर रहे हों, या पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर, या कार लोन कैलक्युलेटर के रूप में, इसका ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला एकसमान रहता है, ताकि आपको हर बार बिलकुल सटीक राशि मिले।

इसके चलते आपको ईएमआई कैलक्युलेशन के फॉर्मूले को मैन्युअली उपयोग नहीं करना पड़ता

ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला इस तरह से बनाया गया है कि आपको लोन के शुरुआती वर्षों में अधिक ब्याज तथा कम मूलधन देना होता है। जब आप ईएमआई जमा करने की शुरुआत करते हुए अपना लोन चुकाने लगते हैं तो बकाया राशि में कमी आते-आते एक ऐसा अवसर आता है, जब आपकी ईएमआई का एक प्रमुख हिस्सा मूलधन चुकाने के लिए प्रयोग होता है।.

लोन ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से आपको इसमें से कुछ भी मैन्युअली करने की जरूरत नहीं है—आपको मात्र अपनी जरूरत के हिसाब से ईएमआई कैलक्युलेटर का प्रयोग करना आना चाहिए। आपका बाकी काम ईएमआई राशि कैलक्युलेटर तथा ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला कर देता है।

ईएमआई कैलक्युलेटर कैसे काम करता है?

ईएमआई कैलक्युलेटर में एक अंतर्निहित ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला होता है, यह उसी के आधार पर काम करता है। ईएमआई फॉर्मूला है:

EMI = P X R X (1 + R)N/((1 + R)N - 1)

  • इसमें,
  • P = लोन राशि
  • R = ब्याज दर
  • N = लोन अवधि, माह में

भारत में एक ईएमआई कैलक्युलेटर में आपको ये मामूली विवरण भरने होते हैं, और बाकी का काम ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला अपने आप कर देता है। एक ऑनलाइन ईएमआई धनराशि कैलक्युलेटर आपको यह पता लगाने में सहायता करता है कि एक निश्चित धनराशि का लोन लेने पर आपको कितनी ईएमआई हर माह जमा करनी होगी, कितने वर्षों तक जमा करनी होगी, और उस पर बैंक कितना ब्याज लेगा।

ईएमआई कैलक्युलेटर कितने प्रकार के होते हैं?

ईएमआई कैलक्युलेटर कई तरह के होते हैं, जो आपको आपकी जरूरत की विशिष्ट जानकारी देते हैं। वैसे तो सभी कैलक्युलेटर में ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला एकसमान रहता है, परन्तु अलग-अलग प्रकार के ईएमआई कैलक्युलेटर में अधिकतम लोन की अलग-अलग राशि हो सकती है।

  1. होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर: होम लोन कैलक्युलेटर में आप अपने होम लोन की ईएमआई पता लगाने के लिए ईएमआई प्रयोग कर सकते हैं।

  2. पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर: पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन होते हैं। आपको यह जरूर पता रहना चाहिए कि ऐसे लोन के क्या नियम एवं शर्तें हैं। एक पर्सनल लोन कैलक्युलेटर की सहायता से आप समझदारीपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।

  3. कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर: अधिकांश लोगों के लिए वाहन एक जरूरत की चीज होती है। कार लोन कैलक्युलेटर आपको यह समझने में सहायता करता है कि किसी वाहन के लिए आपको कुल कितना पैसा खर्च करना पड़ेगा (मूलधन एवं ब्याज समेत)।

  4. फ्लोटिंग एवं फ्लैट ईएमआई इंटरेस्ट रेट कैलक्युलेटर: आपके द्वारा चुने गए लोन के आधार पर, या तो आपको फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट देना होगा या तो फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट देना होगा। इंडियाफर्स्ट लाइफ के इंटरेस्ट रेट कैलक्युलेटर की सहायता से आप यह पता लगा सकते हैं कि ब्याज दर में बदलाव आने पर आपके लोन की किश्त में कितना बदलाव आएगा।

प्राय: पूछे जाने वाले प्रश्न

1) कार ईएमआई की कैलक्युलेशन कैसे की जाती है?

कार लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है, जिसे आप कोई वाहन खरीदने के लिए बैंक या किसी वित्तीय संस्थान से ले सकते हैं। कार लोन ईएमआई कैलक्युलेशन के लिए भी ठीक वही फॉर्मूला प्रयोग किया जाता है, जो दूसरे प्रकार के ईएमआई कैलक्युलेटर में प्रयोग होता है। EMI = [P x r (1+r) n] / [(1+r) n-1] जिसमें P = मूलधन / लोन राशि, r = ब्याज दर, तथा n = लोन अवधि, माह में। आप एक कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से पता लगा सकते हैं कि आपको प्रत्येक माह बैंक को कितनी किश्त देनी होगी।

2) आपकी ईएमआई में से आंशिक भुगतान करने का क्या प्रभाव पड़ता है?

वैसे तो लोन एक उपयोग वित्तीय टूल हो सकता है, परन्तु अधिकांश व्यक्ति यथाशीघ्र अपने ऋण से मुक्त होना चाहते हैं। यदि ऋण-मुक्त होना आपका प्रमुख लक्ष्य है, तो आपके पास लोन में से आंशिक करने का विकल्प होता है। आप अपने लोन को आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से चुकाने का विकल्प चुन सकते हैं। अपने लोन का समयपूर्व भुगतान (प्रि-पे) करने से आगे की किश्तों की राशि कम हो जाती है। टिप्पणी: कुछ मामलों में बैंकों में समयपूर्व भुगतान (प्रिपेमेन्ट) करने के लिए पेनाल्टी हो सकती है, तथा कुछ मामलों में बैंक एक निश्चित अवधि निर्धारित कर सकते हैं जिसके दौरान समयपूर्व भुगतान (प्रिपेमेन्ट) की अनुमति नहीं होती है। सटीक जानकारी के लिए अपने बैंक में पता करें, तथा आप एक कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर का प्रयोग करते हुए पता लगा सकते हैं कि लोन को आंशिक रूप से समयपूर्व भुगतान करने पर आपकी ईएमआई में कितना अंतर आएगा।

3) जब आप अपनी ईएमआई जमा करना चूक जाते हैं, तो क्या होता है?

मासिक ईएमआई कैलक्युलेटर प्रयोग करने का एक लाभ यह है कि आपको पहले से पता होता है कि आपको प्रति माह लोन चुकाने के लिए कितनी धनराशि की व्यवस्था करनी है। समय पर ईएमआई ना जमा करना आपके वित्तीय स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं होता। ऐसा करने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा, और इसके परिणामस्वरूप बैंक आपसे एक अच्छा-खासा विलम्बित भुगतान शुल्क ले सकता है। ईएमआई पर डिफॉल्ट करने के परिणामस्वरूप आपको भविष्य में और भी अधिक ईएमआई भी जमा करनी पड़ सकती है। भारत में ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से अपने वित्तीय मामलों की योजना बनाएं, ताकि आप किश्त जमा करने में ना चूकें।

4) मैं कब और कैसे ईएमआई जमा करूं?

लोन मिलने के बाद हर महीने एक निश्चित तिथि को ईएमआई जमा करनी होती है। अधिकांश मामलों में लोन लेने वाले व्यक्ति के बैंक खाते से ईएमआई ऑटो-डेबिट हो जाती है। ऐसा भी सम्भव है कि ईएमआई भुगतान कवर करने के लिए आपको कई पोस्ट-डेटेड चेक भी देनी पड़े। लोन लेने से पहले एक मासिक ईएमआई कैलक्युलेटर का प्रयोग करते हुए सुनिश्चित करें कि आपकी किश्त राशि आपके लिए वहनीय हो।/p>

5) आपके लोन की अवधि के दौरान ब्याज दर घटने या बढ़ने की स्थिति में क्या होता है?

एक फिक्स्ड-रेट वाले लोन में लोन की पूरी अवधि के दौरान आपको पूर्व-निश्चित ब्याज दर ही चुकानी होती है। वहीं फ्लोटिंग रेट लोन के मामले में लोन की अवधि के दौरान ब्याज दर घटने या बढ़ने की स्थिति में आपके द्वारा चुकाए जाने वाले ब्याज में भी घटोत्तरी या बढ़ोत्तरी हो सकती है। अधिकांश बैंक यह सुनिश्चित करते हैं कि ब्याज दर में परिवर्तन आने के बावजूद भी आपकी ईएमआई में कोई परिवर्तन ना आए। जब ब्याज दर में वृद्धि होती है, तो आपकी ईएमआई का एक बड़ा हिस्सा ब्याज के भुगतान में चला जाता है। जब ब्याज दर में कमी आती है, तो आपकी ईएमआई का अधिक हिस्सा मूलधन चुकाने में जाता है।

6) एक होम लोन कैलक्युलेटर प्रयोग करने के क्या लाभ हैं?

होम लोन कैलक्युलेटर की सहायता से आप देख सकते हैं कि आपकी कुल लोन राशि कितनी है, आपको कितना ब्याज देना होगा, खरीदारी की कुल लागत कितनी होगी जिसमें ब्याज और भी ईएमआई शामिल है। होम लोन कैलक्युलेटर में ईएमआई कैलक्युलेशन फॉर्मूला का सरलता से प्रयोग किया जाता है। ईएमआई राशि देखने के बाद आप लोन अवधि घटा या बढ़ाकर देख सकते हैं कि क्या लोन की किश्त जमा करना आपके लिए सुविधाजनक है या नहीं। होम लोन कैलक्युलेटर में आप ईएमआई फॉर्मूला कैलक्युलेशन पर भरोसा कर सकते हैं, और इसकी सहायता से आप आसानी से लोन प्रस्तावों की तुलना कर सकते हैं और अपने लिए सर्वश्रेष्ठ ऑफर चुन सकते हैं। यदि आप अपने लोन में से आंशिक भुगतान करने का निर्णय लेते हैं, तो होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर की सहायता से आप देख सकते हैं कि इससे आपके लोन पर क्या असर पड़ेगा।

7) ईएमआई के माध्यम से मूलधन एवं ब्याज का कैसे भुगतान किया जाता है?

ईएमआई के दो मुख्य घटक होते हैं — मूलधन एवं ब्याज। लोन अवधि के आरम्भ में, ईएमआई के बड़े हिस्से का प्रयोग ब्याज राशि के भुगतान के लिए किया जाता है, और शेष राशि का प्रयोग मूलधन के भुगतान हेतु किया जाता है। समय बीतने के साथ ही आपकी ईएमआई के बड़े हिस्से का प्रयोग मूलधन के भुगतान हेतु प्रयोग किया जाने लगता है, जबतक कि आप लोन पूरी तरह से नहीं चुका देते हैं।

8) आपके होम लोन ई ईएमआई जमा करने से आपकी कर देयता कैसे कम होती है?

अपने घर का स्वामी बनना हर किसी का स्वप्न होता है। तथापि यह एक पूंजीगत व्यय है, और होम लोन एक देयता होती है, जो आप घर खरीदने के लिए लेते हैं। भारत सरकार ने अपना घर खरीदने वालों को कर कटौती एवं छूट के लिए विभिन्न विकल्प दिए हैं। होम लोन पर आप आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अन्तर्गत कर देयताओं में छूट पाते हैं।

1) होम लोन ईएमआई ब्याज भुगतान को भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 24 के अन्तर्गत क्लेम किया जा सकता है

2) आप निर्माण-पूर्व अवधि के दौरान जमा किए गए पर कटौती क्लेम कर सकते हैं

3) धारा 80सी के अन्तर्गत आप मूलधन के भुगतान पर रु 1.5 लाख तक की कर छूट पा सकते हैं।

4) आप स्टैम्प ड्यूटी और पंजीकरण प्रक्रिया हेतु धारा 80सी के अन्तर्गत छूट क्लेम कर सकते हैं।

5) आप धारा 80EE के अन्तर्गत (रु 50,000 तक का) एवं धारा 80EEA के अन्तर्गत (रु 1.5 लाख तक) की अतिरिक्त कटौती क्लेम कर सकते हैं।

6) किसी घर के दोनों संयुक्त-स्वामीगण भी अपने-अपने पृथक आय कर रिटर्न में कटौतियां क्लेम कर सकते हैं।

9) होम लोन पर ईएमआई की कैलक्युलेशन कैसे की जाती है?

होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर में ईएमआई के एक निश्चित फॉर्मूले का प्रयोग करके निर्धारित किया जाता है कि आपको बैंक को प्रति माह कितनी राशि की किश्त देनी होगी। होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर को आपसे ये जानकारियां चाहिए होती हैं — मूलधन या लोन ली जाने वाली राशि, लोन की अवधि - माह में, तथा मासिक ब्याज दर, — इनके आधार पर कैलक्युलेटर आपके रीपेमेन्ट की गणना करता है। आप अपने होम लोन की ईएमआई पता लगाने के लिए ईएमआई कैलक्युलेटर प्रयोग कर सकते हैं। मैनुअल कैलक्युलेशन में बहुत अधिक समय लगता है, और उसमें त्रुटि होने की संभावना रह जाती है। इंडियाफर्स्ट लाइफ होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर के साथ आपके पास ऑटोमेटेड होम लोन ईएमआई कैलक्युलेटर की सुविधा होती है।

10) एक पर्सनल लोन कैलक्युलेटर प्रयोग करने के क्या लाभ हैं?

पर्सनल लोन भारत में सबसे लोकप्रिय लोन उत्पादों में से एक है, क्योंकि यह एक अनसिक्योर्ड तथा कोलैटरल-रहित लोन होता है। एक पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर प्रयोग करने के कई लाभ हैं:

आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप जो ईएमआई राशि चुनें, उसे आप आसानी से जमा कर सकें।

एक पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर आपको विभिन्न लोन राशियों एवं ब्याज दरों को आजमाने की सुविधा देता है, ताकि आप देख सकें कि इससे आपके पर्सनल लोन भुगतान में क्या अंतर आता है।

एक पर्सनल लोन कैलक्युलेटर की सहायता से अपनी ईएमआई की गणना करने के अपने समय एवं ऊर्जा की बचत करें, क्योंकि कैलक्युलेटर की सहायता से पलक झपकते ही गणना आपके सामने होती है।

 11) पर्सनल लोन एमोर्टाइजेशन शेड्यूल क्या होता है?

एमोर्टाइजेशन का हिन्दी में अर्थ होता है ऋण-मुक्ति, इस वित्तीय प्रक्रिया में लोन की राशि को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित कर दिया जाता है, और उसका एक समय-क्रम निर्धारित कर दिया जाता है, जिसका पालन करने पर आप ऋण मुक्त हो जाते हैं। पर्सनल लोन एमोर्टाइजेशन शेड्यूल एक तालिका होती है, जिसमें दर्शाया जाता है कि प्रत्येक माह कितनी राशि की ईएमआई जमा करनी है, और उस प्रत्येक ईएमआई में से कितना हिस्सा ब्याज में जाएगा और कितना हिस्सा मूलधन में जाएगा। जब आप पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर प्रयोग करते हैं, तो आपको पर्सनल लोन एमोर्टाइजेशन शेड्यूल मिलता है, जिसमें शेड्यूल्ड भुगतान, मूलधन का पुनर्भुगतान, तथा ब्याज व्यय का विवरण होता है।

12) अपने पर्सनल लोन की ईएमआई कैसे कम करें?

आपके पर्सनल लोन की ईएमआई घटाने के कई तरीके हैं?

आप लोन की अवधि बढ़ा सकते हैं। पर्सनल लोन की अवधि और ईएमआई राशि का विलोम सम्बन्ध होता है, अर्थात जितनी अधिक अवधि होगी ईएमआई राशि उतनी ही कम होगी, क्योंकि एक लम्बी अवधि के दौरान पुनर्भुगतान किया जाना होता है।

स्टेप-डाउन ईएमआई पेमेन्ट शेड्यूल चुनें। इस शेड्यूल में आप आरम्भिक अवधि के दौरान अधिक ईएमआई राशि जमा करते हैं।

आप अपने वर्तमान बैंक के साथ मोलभाव करके अपने पर्सनल लोन की ईएमआई कम करवा सकते हैं अथवा किसी दूसरे बैंक के पास जा सकते हैं जो आपको कम ब्याज दर ऑफर कर रहा हो।

13) एक कार लोन कैलक्युलेटर प्रयोग करने के क्या लाभ हैं?

कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर एक सरल टूल है, जो आपको यह समझने में सहायता करता है कि आपको अपनी कार के लिए आप किस रेट पर, कितने लम्बे समय तक, तथा कितनी राशि का भुगतान करना होगा। आप एक कार लोन कैलक्युलेटर का प्रयोग करते हुए तुरन्त और सटीक गणना कर सकते हैं। कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर आपको अपने बजट की योजना बनाने तथा कार लोन का भुगतान करने हेतु वास्तविक राशि की गणना करने में आपकी सहायता करता है।

14) क्या लोन की अवधि से मेरे कार लोन की ईएमआई पर कोई असर पड़ता है?

लोन अवधि तथा ईएमआई राशि का एक दूसरे के साथ प्रतिकूल सम्बन्ध होता है। इसलिए कार लोन की अवधि जितनी अधिक होगी, आपकी ईएमआई की राशि उतनी ही कम होगी। इसके विपरीत, लोन अवधि जितनी कम होगी, आपकी ईएमआई उतनी ही अधिक होगी। इस बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है कि ईएमआई में मूलधन और ब्याज दोनों का भुगतान शामिल होता है। आपकी लोन अवधि जितनी अधिक लम्बी होगी, आपको अपनी ईएमआई में उतना ही अधिक ब्याज देना होगा। कार लोन ईएमआई कैलक्युलेटर आपको यह विवरण प्रदान करता है, ताकि आप अपनी जरूरत के अनुसार सर्वश्रेष्ठ निर्णय ले सकें।

15) पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर किस तरह से लोन चयन में सहायता कर सकता है?

पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर आपको विभिन्न बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों के लोन की तुलना करने में सहायता करता है। प्रत्येक बैंक की ब्याज दर और लोन अवधि अलग-अलग होती है। जमा की जाने वाली ईएमआई की गणना करने के लिए आपको पर्सनल लोन ईएमआई कैलक्युलेटर में ये विवरण दर्ज करने होते हैं — लोन राशि, अवधि - माह में, तथा मासिक ब्याज दर। पर्सनल लोन कैलक्युलेटर की सहायता से आपके पास उपलब्ध विभिन्न लोन विकल्पों की तुलना करने के द्वारा आप एक ऐसा ऑफर चुन सकते हैं जिसमें आपके लिए सबसे वहनीय ब्याज दर तथा ईएमआई रीपेमेन्ट शेड्यूल हो।

16)क्या कार लोन की ईएमआई निश्चित होती है अथवा भविष्य में उसमें परिवर्तन हो सकता है?

आपके लोन की जरूरत एवं बैंक के आधार पर आपके लोन की ब्याज दर फिक्स्ड या फ्लोटिंग हो सकती है। आमतौर पर ऑटो लोन की ब्याज दर फिक्स्ड होती है, जो कि कार लोन की पूरी अवधि के दौरान एकसमान रहती है। कुछ बैंक तथा वित्तीय संस्थान फ्लोटिंग ब्याज दर भी प्रदान करते हैं, जिस पर ब्याज दर में होने वाले उतार-चढ़ाव का प्रभाव पड़ता है, जिसके चलते आपकी ईएमआई में से मूलधन एवं ब्याज पुनर्भुगतान के हिस्से पर प्रभाव पड़ता है। ब्याज दर पर फ्लोटिंग होता है, तो आपके ईएमआई आबंटन में परिवर्तन होता है, परन्तु आपकी कार लोन ईएमआई राशि प्राय: पूर्ववत फिक्स्ड रहती है।